Monday, April 11, 2011

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सूचना क्रांति अब आपके द्वार: iJagriti Program


सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की प्रभावशाली सफलता के पीछे भारतीय युवकों के एक बहुत छोटे हिस्से का योगदान है। ये वे युवक हैं जो अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त हैं, आर्थिक दृष्टि से अपेक्षाकृत बेहतर परिवारों से आते हैं और मझौले या बड़े शहरों में रहते हैं। उनसे कई गुना अधिक युवक आज भी सूचना प्रौद्योगिकी के मायालोक से अछूते हैं और इस उद्योग के विकास में कोई भूमिका निभाने की स्थिति में नहीं हैं।




विश्व भर में सूचना क्रांति को नई दिशा देने में भारतीय इंजीनियरों और कंप्यूटर विशेषज्ञों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का जो दबदबा है उसे देखते हुए विश्व के लोगों में यही धारणा बनती है कि भारत के अधिकांश शिक्षित युवा आईटी के क्षेत्र में अच्छा-खासा ज्ञान रखते होंगे। हालांकि वास्तव में ऐसा नहीं है। सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की प्रभावशाली सफलता के पीछे भारतीय युवकों के एक बहुत छोटे हिस्से का योगदान है। ये वे युवक हैं जो अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त हैं, आर्थिक दृष्टि से अपेक्षाकृत बेहतर परिवारों से आते हैं और मझौले या बड़े शहरों में रहते हैं। उनसे कई गुना अधिक युवक आज भी सूचना प्रौद्योगिकी के मायालोक से अछूते हैं और इस उद्योग के विकास में कोई भूमिका निभाने की स्थिति में नहीं हैं।

ये वे युवक हैं जो या तो छोटे शहरों, कस्बों या गांवों में रहते हैं या फिर आर्थिक दृष्टि से अपेक्षाकृत कमजोर परिवारों के सदस्य हैं और जिनकी शिक्षा-दीक्षा अंग्रेजी माध्यम के स्कूल-कॉलेजों में नहीं हुई है। वे अंग्रेजी में काम करने और इस भाषा में बात करने में परेशानी महसूस करते हैं। हालांकि उनमें से लाखों युवक बहुत मेधावी और प्रतिभावान हैं लेकिन अंग्रेजी उनकी कमजोरी है। भारत में अंग्रेजी न जानने वालों की संख्या देश की कुल आबादी की ९५ फीसदी है। ये सभी वे लोग हैं जो अंग्रेजी भाषा को अपने सामाजिक या व्यावसायिक जीवन की अनिवार्यता नहीं मानते। ये लोग अमेरिका, रूस और कुछ यूरोपीय देशों की कुल जनसंख्या से भी अधिक हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि अगर देश के करोड़ों गैर अंग्रेजीभाषी युवकों को भी सूचना क्रांति में योगदान देने का मौका मिले तो इस क्षेत्र में हम और कितने आगे बढ़ सकते हैं?
क्या कोई बड़ी कंपनी इस ओर ध्यान देकर सूचना क्रांति को भारत के छोटे शहरों और गांवों तक ले जाने की पहल करेगी?
तो इसका जवाब है जाग्रति आइ टी सल्युसंस (Jagriti I T Solutions) जो आज अपने अनोखे कार्यक्रम (आई जाग्रति कार्यक्रम) द्वारा पिछड़े इलाकों में घर - घर जाकर लोगों को प्रशिक्षण, रोजगार और सेवाएं मुहैया करा रही है.
अभी हाल में ही भोजपुर जिले के एक गाँव से इस अभियान का शुभारम्भ किया गया. बहुत जल्द ही यह कार्यक्रम जिले के हर गाँव तक पहुँच जाएगी.